*मध्यप्रदेश स्थापना दिवस पर आयोजित हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम*
*डीआरपी लाइन में मनाया गया मध्यप्रदेश स्थापना दिवस*
*कलेक्टर द्वारा किया गया मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन*
मंदसौर 1 नवम्बर 19/ प्रदेश के साथ-साथ जिले में आज एक नवम्बर को मध्यप्रदेश स्थापना दिवस का आयोजन डीआरपी लाइन मन्दसौर में प्रातः 10:30 बजे किया गया। सर्वप्रथम कार्यक्रम के शुभारंभ मुख्य अतिथि द्वारा ध्वजारोहण कर किया गया, राष्ट्रगान की धुन (पुलिस बैंड द्वारा) के साथ सलामी दी गयी। इसके बाद मध्यप्रदेश गान का गायन किया गया। मुख्यमंत्री मप्र शासन का संदेश वाचन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कलेक्टर श्री मनोज पुष्प द्वारा किया गया। कलेक्टर द्वारा मुख्यमंत्री का संदेश वाचन करते हुए उन्होंने कहा कि --
प्रिय बहनो और भाइयो, मध्यप्रदेश के 64वें स्थापना दिवस की प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएँ और बधाई। मध्यप्रदेश के गठन के ठीक 68 दिन बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री और नये भारत के निर्माण के आदिशिल्पी पं. जवाहरलाल नेहरू ने 7 जनवरी, 1957 को मांडू की सभा में कहा था कि "मुझे इस बात का विश्वास है कि यह प्रदेश बहुत तरक्की करेगा। यहाँ तरक्की का बहुत अच्छा सामान है। मैं चाहता हूँ कि यहाँ की जनता आगे बढ़े, लेकिन याद रखे कि आगे तो हम अपने आप से बढ़ते हैं। आपस में मिलकर, प्रेम से रहकर, आप अपना अच्छी तरह काम करें और नए-नए काम सीखें। इसी से आपकी, आपके पड़ोसियों की और गाँव की, सबकी भलाई होगी और देश को भी लाभ होगा।" आज 63 वर्षों के बाद मध्यप्रदेश पं. नेहरू की आशाओं का प्रदेश बन पाने की ओर अग्रसर है, इतना मैं जरूर कह सकता हूँ। मेरा हमेशा ये मानना रहा है कि किसी प्रदेश की तरक्की और विकास को जीडीपी या अन्य दूसरे आँकड़े जनोपयोगी अर्थों में परिभाषित नहीं कर पाते, इसका सही पैमाना है-लोगों की खुशहाली, रोजगार, लाभदायी खेती, प्राकृतिक सम्पदा का शोषण नहीं संतुलित दोहन, शांति, शिक्षा-स्वास्थ्य की बेहतर सुविधाएँ, सर्वधर्म समभाव, जनोन्मुखी शासन-प्रशासन और सबसे बढ़कर लोगों का अपनी शक्ति में विश्वास ; साथ ही पानी, बिजली, सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएँ और शहरों और गाँवों का समन्वित और समान धर्मी विकास। मैं ऐसा ही मध्यप्रदेश बनाना चाह रहा हूँ।
मैं आज प्रदेशवासियों को बताना चाहता हूँ कि राज्य सरकार प्रदेश के सभी वर्गों के साथ मिलकर समग्र विकास का रोडमैप बना रही है। यह रोडमैप आने वाले पाँच सालों में मध्यप्रदेश को नयी दिशा देगा। प्रदेश की औद्योगिक इकाइयों में 70 प्रतिशत रोजगार प्रदेश के लोगों को ही देना जरूरी किया जा रहा है। इंदौर में 18 अक्टूबर को 'मैग्नीफिशेंट मध्यप्रदेश' का आयोजन सफल रहा है। हमारी कोशिश है कि प्रदेश में वृहद, मध्यम, लघु और सूक्ष्म, सभी तरह के उद्योगों का जाल बिछ़ाकर औद्योगिक विकास के साथ रोजगार की समस्या हल की जाये। मैं लोगों की शक्ति को भी सरकार की शक्ति मानता आया हूँ। इसलिये मैं प्रदेशवासियों से यही आव्हान करता हूँ कि आशाओं के इस प्रदेश को हम विश्वास का प्रदेश बनाने में पूरे प्राणपण से जुटे रहें। मुझे विश्वास है कि सरकार की सुस्पष्ट नीतियों, सभी वर्गों के कल्याण के कार्यक्रमों और संकटों को अवसरों के रूप में देखने का भाव मध्यप्रदेश को अब आगे ही आगे बढ़ायेगा। आने वाले वर्षों में मध्यप्रदेश बदला हुआ प्रदेश होगा, जिसका साक्षी देश ही नहीं विश्व होगा। जय-हिन्द। जय-मध्यप्रदेश। के साथ सीएम के संदेश वाचन का सम्पन्न हुवा।
टेलीकास्ट के माध्यम से मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ द्वारा मप्र के विकास और समृद्धि के लिये, लिये गए संकल्प को डीपीआर लाइन मन्दसौर में लाइव दिखाया गया। इसके पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों के दौरान राष्ट्रीय गीतों पर नृत्य की प्रस्तुतियां दी गई। मलखंब की प्रस्तुति दी गई। इसके बाद पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम हुवा। जिसमें राष्ट्रीय गीतों पर नृत्य करने वाले स्कूलों को पुरस्कार प्रदान किया गया। इसके साथ ही बाढ़ राहत के दौरान बेहतर कार्य करने वाले सामाजिक संगठनों, व्यक्तियों, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन एवं बाढ़ राहत से जुड़े उन तमाम लोगों को जिन्होंने बहुत अच्छा काम किया को, जल शक्ति अभियान में बेहतर कार्य करने वाले लोगों को, गौशाला निर्माण में उन सभी सरपंचों को जिन्होंने समय सीमा में गौशाला का निर्माण कार्य किया। उन सभी को पुरस्कार वितरित किए गए। कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रगान का गायन के साथ कार्यक्रम का समापन हुवा।
कार्यक्रम के दौरान कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कलेक्टर श्री मनोज पुष्प, पुलिस अधीक्षक श्री हितेश चौधरी, नगर पालिका अध्यक्ष श्री मोहम्मद हनीफ शेख, मंदसौर विधायक श्री यशपाल सिंह सिसोदिया, गरोठ विधायक श्री देवी लाल धाकड़, सहित सभी जनप्रतिनिधि, सीईओ जिला पंचायत श्री ऋषभ गुप्ता, अपर कलेक्टर श्री बीएल कोचले, सभी जिला अधिकारी, कर्मचारी, बड़ी संख्या में स्कूल एवं खेल संस्थानों के विद्यार्थी, पत्रकार उपस्थित थे।